डाँ अनुसुइया हर्ष (डाँ अनुसर्या हर्ष) जिन्हें मदर ऑफ सोजत के प्रचलित नाम से भी जाना जाता हैं

शायद ही सोजत क्षेत्र ओर सोजत क्षेत्र के आसपास का ऐसा कोई नागरिक होगा जो डाँ अनुसर्या हर्ष को नहीं जानता है, पाली जिले की एक लोकप्रिय शख्सियत ओर जानी मानी अनुभवी गायनिक डाक्टर ओर आदर्श महिला 

वैश्विक महासंकट महामारी आपदा के समय सोजतसिटी अस्पताल की प्रमुख अधिकारी PMO डाँ अनुसूर्या जी हर्ष ने अपने अनुभव योग्यता व्यवहार कुशलता सजगता से राजस्थान मे महिला कोरोना वारियर्स के रूप मे एक अनोखी अद्भुत मिसाल पेश की हैं।
आज के भौतिकतावादी युग में राजकीय सेवा में रहते हुये कार्य ओर कर्म के प्रती कर्तव्यनिष्ठता सजगता जागरूकता संवेदनशीलता निष्ठा नम्रता समर्पण के मानवीय गुण की मिसाल मिलना असंभव है लेकिन कुछ अपवाद भी है जिनमें से एक है डाँ अनुसर्या हर्ष
तीस साल पहले जो स्फूर्ति लग्न उमंग कर्तव्यनिष्ठता सजगता जवाबदेही जिम्मेदारी कार्य के प्रती थी वो ही स्फूर्ति लग्न उमंग कर्तव्यनिष्ठता सजगता जवाबदेही जिम्मेदारी कार्य के प्रती आज भी है। 
जिम्मेदारी ज्यादा बढ गयी मुश्किलें के दौर से भी गुजरी लेकिन नम्रता शालीनता धैर्य विवेक अनुशासन संयम आज भी वहीं के वहीं जो तीस साल पहले था। 
59 साल की उम्र में भी इतनी स्फूर्ति शक्ति ऊर्जा तत्परता कार्य के प्रती राजकीय सेवा में वो भी डाक्टर के पद पर डाँ अनुसर्या हर्ष के अलावा ओर कहीं देखने को शायद नहीं मिलेगी 
जब डाक्टर या अन्य राजकीय सेवा के अधिकारी रिटायरमेंट के नजदीक आने लगते हैं तो कार्य पर कम ध्यान ओर रिटायरमेंट की तैयारी मे लग जाते हैं लेकिन डाँ अनुसूर्या हर्ष के लिए वह सब अपवाद हैं।
उनके समकालीन कई डाक्टरों ने तो राजकीय सेवा से किसी ने समय से पहले वीआरएस तो /किसी ने इस्तीफा देकर तो/ किसी ने चुनाव के बहाने राजकीय सेवा से स्वैच्छिक कार्यमुक्त हो गये ओर आज सोजत में प्राइवेट क्लिनिक ओर अस्पताल लगाकर मेडिकल सेवा को बिजनेस बना दिया । 
सोजत क्षेत्र ओर सोजत क्षेत्र के आसपास की लाखों महिलाये आज भी डाँ अनुसर्या हर्ष से संतुष्ट है उन पर विश्वास ओर भरोसा करती है सोजत राजकीय अस्पताल का आधा अस्पताल आपके भरोसे व विश्वास पर चलता है 
एक ओरत होने के बावजूद 59 साल की उम्र में भी राजकीय सेवा में इतनी जिम्मेदारी जवाबदेही संवेदनशीलता कर्तव्यनिष्ठता से आज भी वे सोजत क्षेत्रवासीयों को अपनी मेडिकल सेवा देकर लाभान्वित कर रही है 
PMO का चार्ज/पिछले तीन महीने से नियमित कोविड को लेकर स्टाफ व अधिकारियों से चर्चा समीक्षा करना/एक अकेली गायनिक डाक्टर होकर दो महिला प्रसूति वार्ड का चार्ज/कभी कभी सोनोग्राफी भी करना/महिलाओं की जांच करना/नसबंदी कैम्प में जाना/ग्रामीण क्षेत्रों में कैम्पों में जाना /गर्भवती महिला का आपरेशन व डिलेवरी करना/ महिलाओं सम्बंधित अन्य आपरेशन करना/कोविड को लेकर आवश्यक मिटिंगो मे जाना  ओर भी राजकीय सेवा में रहते हुये कई जिम्मेदारी को वे पूर्ण निष्ठा समर्पण से निभा रही है ओर फिर परिवार की अलग से जिम्मेदारी निभाना.....
अगर इनकी जगह दुसरा कोई डाक्टर होता तो आधे कार्य तो यह कह कर टाल देते की ये मेरे कार्य क्षेत्र में नहीं है 
आज के भौतिकतावादी युग में राजकीय सेवा में एक चपरासी भी खुद को कलेक्टर समझता है ओर राजकीय सेवा की बजाय मनमर्जी से कार्य करता है 
पाली जिले की सबसे अनुभवी गायनिक डाक्टर होने के बाद भी अंहकार या घमंड नाम की कोई झलक नहीं बल्कि विनम्रता सादगी की मुर्त है शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जो ये साबित कर दे की उन्होंने डाँ अनुसर्या हर्ष को कभी गुस्से में देखा हो 
अस्पताल में वे पूरे समय सिर्फ अपने मेडिकल कार्य में ही व्यस्त रहती है 
ना काहु से दोस्ती ना काहु से बैर
राजकीय सेवा में रहते हुये इतना कुछ करना वो भी एक 59 साल की उम्र में महिला होने के बावजूद असम्भव है 
अपनी तारीफ सुनना किसे पसंद नहीं लेकिन डाँ अनुसूर्या हर्ष सिर्फ अपने कर्म क्षेत्र व डयूटी मे व्यस्त रहती है
सादगी का दुसरा नाम डाँ अनुसूर्या हर्ष हैं
कर्म के प्रति निष्ठा की मिसाल है 
इसलिए डाँ अनुसर्या हर्ष सोजत की बेस्ट शख्सियत और कोरोना वारियर है
मेडिकल क्षेत्र में राजकीय सेवा में कार्य कर रहे व कोरोना काल मे सेवाएं दी अन्य डाक्टर ओर नर्सिंगकर्मी के लिए वे आदर्श प्रेरणास्त्रोत ओर अनुकरणीय प्रेरणादायी मिसाल है 

ई सोजत सलाम करता है आपके प्रेम, निष्ठा, स्फूर्ति, लग्न, उमंग, कर्तव्यनिष्ठता, सजगता, जवाबदेही जिम्मेदारी और सहृदयता को जिसके दम पर आपने कोरोना महामारी में सोजत को और सोजत की जनता को अपनी सेवा दी और आगे भी देते रहेंगे । 

हमारी संस्था पुनः एक बार आपके कोरोना योद्धा होने पर गर्व करती है । आप सोजत के अमूल्य शख्सियत है । हम आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते है ।





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