कोरोना के खिलाफ जंग में रेपड़ावास गांव बन रहा आदर्श मॉडल


कोरोना संक्रमण के कारण जहां एक और पूरा विश्व कोरोना महामारी की चपेट में है और विभिन्न स्थानों के हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं और इस महामारी से निपटने के लिए देशभर में लोक डाउन के कारण पिछले लगभग 60 दिनों से विभिन्न प्रकार के गाइडलाइंस और निर्देश जारी कर आमजन को घर में रहने तथा सरकार प्रशासन का सहयोग करने की अपील की जा रही है तथा संपूर्ण विश्व के साथ भारत में भी अपने पांव पसार दिए हैं वही एक तरफ राजस्थान में विभिन्न जिले इस चपेट में आने से छूते थे लेकिन विभिन्न शहरों में अपने व्यवसाय और काम के लिए गए हुए प्रवासी पुनः अपने गांव और कस्बे में आने से यह कोरोना एक भयावह और विस्फोटक रूप में पनपने लगा है। कई प्रवासी बिना बताए आने तथा बिना जांच के गांव और कस्बे में घूमने से भी गांव में गहरा बुरा प्रभाव पड़ा है एक तरफ जहां गांव में स्थानीय प्रशासन बहुत मुस्तैदी से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे उनके ऊपर अब एक डर की गाज गिर पड़ी है जो दिन रात अधिकारियों की नींदें उड़ा के रखी है।  इसी तरह की एक घटना से अभिभूत हुए गांव रेपड़ावास की है जिसमें पिछले लगभग 60 दिनों से किसी तरह का कोई संक्रमण या इस महामारी का प्रकोप नहीं था वही 2 दिन पूर्व 1 प्रवासी पुना महाराष्ट्र से आने से संपूर्ण गांव की जनता और अधिकारियों में भय पैदा कर दिया है। अधिकारियों ने समय-समय पर अपनी गाइडलाइन और आमजन को निर्देशित कर जागरूक रहने और सतर्क रहने के साथ बिना काम इधर-उधर अन्य लोगों से ना मिलने के लिए निवेदन कर रहा था वही एक प्रवासी आकर पूरे गांव में जैसे तहलका मचा दिया है । गांव को महामारी से बचाने के लिए रेपडावास पी ई ई ओ जयकरण सिंह ने बागडोर संभाल रखी है साथ ही सह प्रभारी मादा राम ने अपने गांव अपने जन्म भूमि का कर्ज उतारने को हर समय तैयार रहते है और समय समय पर हर आम जन से मिल कर उनको मार्ग दर्शित कर रहे है । स्वास्थ्य विभाग से सुमन कुमारी पूरे समय बिना ऑर्डर या आदेश का इंतजार किए संपूर्ण गांव को महामारी से लड़ने की हिम्मत प्रदान करती है । रेपडावास पंचायत में नए निर्वाचित हुए सरपंच भंवर लाल कुमावत और समस्त वार्ड पंच अपने भूमिका का निर्वहन करते हुए सभी प्रकार की सुविधा कराने में जुटे रहते है और गांव में कोई भूखा ना सोए और किसी समस्या से गांव का कोई आम जन परेशान ना हो ।

कोरोना योद्धा के रूप में रेपड़ावास ग्राम पंचायत के संपूर्ण तीनों गांव हापत, गोदेलाव तथा रेप डा वास में अपनी बागडोर संभाले और समय समय पर दिशा निर्देश देने और आम जन स्वास्थ्य में किसी प्रकार की अनहोनी ना हो इसके लिए एक पॉजिटिव आने के बाद तीनों गांवों को संपूर्ण स्थान से कनेक्शन तोड़ दिए तथा आमजन की आवाजाही बंद कर सभी रोड़ों को बंद कर एक मुख्य मार्ग पर चेक पोस्ट लगाकर सभी आने जाने वाले राहगीरों तथा आवश्यक सामग्री की आवाजाही हेतु उनकी जानकारी लेकर और उनको जांच कर ही गांव में प्रवेश दिया जा रहा है बिना वजह किसी भी आम आदमी या जन को गांव से बाहर जाने और बाहर से गांव में प्रवेश के लिए निषेध कर दिया गया है साथ ही शिवपुरा पुलिस थाने से पुलिस अधिकारी नाथूराम देवड़ा, रामेश्वर चौधरी, सज्जन सिंह, नरेश कुमार और तुलसीराम भी अपनी जिम्मेदारी में चेक पोस्ट तथा संपूर्ण गांव में मुस्तैद है।

 गांव में आमजन भी प्रशासन और अधिकारियों को अपना सहयोग दे रहे हैं तथा विभिन्न शिक्षित और अधिकारीगण आमजन के बीच जाकर उनको सतर्क और सजग रहने हेतु जागरूक भी कर रहे हैं।  कई स्वयंसेवी संस्था और पदाधिकारियों द्वारा भी समय-समय पर गांव को आवश्यकता अनुसार अपनी सेवाएं दी जा रही है और आगे भी दे रहे हैं सोजत से जुड़े इस गांव में अधिकांश लोग खेती का व्यवसाय करते हैं इसी अनुरूप तथा शिक्षा का स्तर कम होने के बावजूद भी अधिकारियों की बात नहीं टालते हैं और उनको अपना जितना हो सकता है उससे अच्छा सहयोग प्रदान करते हैं साथ ही भामाशाह जन सहयोग और अधिकारी अपने स्वयं के सहयोग से गांव को इस महामारी से बचाने और आमजन के स्वास्थ्य उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए बखूबी अपना भूमिका निभा रहे हैं।

 जिला कलेक्टर अंशदीप तथा एसडीएम दौलत राम चौधरी तथा तहसीलदार वीरेंद्र सिंह भाटी और उपखंड प्रभारी श्री मनोहर पालड़िया द्वारा मिलने वाले सभी दिशा निर्देशों की अनुपालना करते हुए संपूर्ण ग्राम ग्राम को कड़ी से कड़ी जोड़ने हेतु एक समिति का गठन भी किया है जिसमें सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को विभिन्न अलग-अलग जिम्मेदारी दी जिनका अध्यक्ष जयकरण सिंह प्रधानाचार्य है।

*रेपडावास घिरा है जीरो मोबिलिटी और धारा 144 से*

 जहां एक तरफ रेपड़ावास में 1 प्रवासी का पॉजिटिव मिलना गांव में भयावह की स्थिति बनी हुई है तथा अंदेशा है कि इसके प्रभाव से किसी और को नहीं हो गया हो या अब डर इसके संक्रमण के फैलने का लग रहा है उसको देखते हुए कलेक्टर ने रेपड़ावास ग्राम को संपूर्ण लॉक डाउन के तहत 0 मोबिलिटी और धारा 144 लागू कर दी है जिससे आमजन की आवाजाही पूर्णतया बंद है और लोगों के एकत्रित होने वाले स्थानों को और रास्तों को बंद कर दिया है।

*मुस्तैद, सतर्क और जागरूक रेपडावास*

 जैसा कि जानकारी मिली जब कोरोना पॉजिटिव मरीज को खुद को अंदेशा हुआ कि मुझे और ना हो सकता है उस परिस्थिति में उसने पूर्णतया सभी लोगों से मिलना जुलना और अपने परिवार से नाता तोड़ स्वयं को एक अलग कमरे में बंदी बना दिया और आवश्यकतानुसार जो भी जरूरत होती मांग कर ले लेता और अपने पास किसी को नहीं आने देता उसके परिणाम स्वरूप हो सकता है संक्रमण की यह कड़ी यही टूट जाए और गांव इस महामारी में जीत पाए उसके साथ ट्रैवल हिस्ट्री और संपर्क में आए लोगों के लगभग 16 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे हुए हैं।

रेपड़ावास के कर्णधार कोरोना योद्धा
जयकरण सिंह पी ई ई ओ , संतसिंह राठौड़ ग्रामसेवक, अमरचंद प्रजापत पटवारी, सुमन कुमारी , घेवरराम मौर्य व्याख्याता, गजेन्द्र सिंह राजपुरोहित व्याख्याता, मादाराम उज्जवल अध्यापक, मदन सिंह अध्यापक, अर्जुनलाल चौधरी अध्यापक (BLO), प्रेमगिरि गोस्वामी अध्यापक, देवेंद्र सिंह अध्यापक, गणपतलाल अध्यापक, नारायणलाल परिहार अध्यापक, हनुमानराम विश्नोई अध्यापक, जब्बरसिंह अध्यापक (BLO),
समसुद्दीन अध्यापक, भैराराम अध्यापक,
भंवरलाल सरपंच रेपड़ावास, अशोक राठौड़ (वार्ड पंच), दिनेश कुमार आसेरी - रोज़गार सहायक रेपड़ावास, पेमा राम जी पंचायत सहायक, बंशीलाल जी पंचायत सहायक, आशा सहयोगिनी,व आँगड़वाड़ी कार्यकर्ता तथा कालूराम मेघवाल पंचायत समिति सदस्य, सम्पत कुमावत, नेमाराम कुमावत, दिनेश उज्जवल, गोपाल हेडिया सहित गांव के गणमान्य लोग पूर्ण दम ख़म से लगे है।




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