भामाशाह कर रहे पक्षिधाम का जीर्णोद्वार

सोजतसिटी मे ऐतिहासिक धरोहर रामेलाव तालाब व प्रसिद्ध ऐतिहासिक किले के पास राजराजेश्वरी मंदिर पक्षीधाम स्थल आया हुआ है जहां पर सैकडों की सख्या मे रोजाना नाना प्रकार के प्रवासी अप्रवासी पक्षीयों की प्रजातियां आते है इस स्थल पर घने ओर संघन वृक्ष है जहां पर ये पक्षी दिनभर आतेजाते रहते हैं ओर मधुर आवाज वाले संगीत से लोगों का आंनदित व आकर्षित करते रहते हैं
इस स्थल को ओर आकर्षित व पर्यटन स्थल मे बदलने के उद्देश्य से सोजत के वरिष्ठ समाजसेवी पर्यावरणविद श्री विजयसिंह चौहान, श्री सोहनलाल गेहलोत सारोल,व अन्य वरिष्ठ समाजसेवीयों ने सोजत की ऐतिहासिक धरोहर पर इस स्थल को पवित्र पक्षीधाम मंदिर स्थल मे बदलने का बीडा उठाया ओर शुरुआत मे वरिष्ठ समाजसेवीयों ने स्वयं की पेंशन से इस स्थल के चारों ओर चार दिवारी व पक्षियों के निवास स्थल व घोसलों के लिए चबुतरा निर्माण करने की पहल की ओर शुरुआत मे खुद की पेंशन से सहयोग देकर निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया लेकिन कहते हैं जहां चाह है वहां राह हैं इस के जिर्णोद्धार व नवीनीकरण के लिए भामाशाह ओर समाजसेवी भी अब आगे आने लगें बेरा कमेडा बाग परिवार की ओर से 11000₹ की नगद राशी देकर चार दिवारी ओर पक्षियों के लिए घोसलों के लिए चबुतरे के निर्माण मे सहयोग दिया | बेरा कमेडा बाग परिवार का धार्मिक ओर पर्यावरण संरक्षण के लिए जो अमूल्य अतुलनीय योगदान सहयोग दिया  |









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