राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी में कोरोना योद्धा का सम्मान किया

गेंद उछाल कर विजय प्राप्त करके खिलाड़ी आता है तो सरकार उनको 5 करोड़ देती है तो फिर सीमा के ऊपर अपनी जान लुटाने वाले शहीदों को 10 करोड़ क्यों नहीं देते उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने व्यक्त करते हुए कहा कि शहीदों का सम्मान ही देशवासियों का सम्मान है
उन्होंने कहा कि सबकी जान एक समान है तो सभी को एक समान सम्मान मिलना चाहिए
मुनि कमलेश ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी में जो को रोना योद्धा जान की परवाह न करते हुए दिन रात लगे हुए हैं वह भी किसी सैनिक से कम नहीं है
राष्ट्र संत ने कहा कि पुलिस पत्रकार डॉक्टर सफाई कर्मचारी पत्रकार स्वयंसेवी संस्थाएं सेवा करते करते प्राण न्योछावर कर देते हैं उनको भी सैनिक की भांति शहीद का दर्जा देना चाहिए |
जैन संत ने जनता को सावधान करते कहा कि अभी तक तो आपके दरवाजे पर पुलिस खड़ी थी अब आपके दरवाजे पर मौत खड़ी है अब आपको निर्णय लेना है जीने और मरने का सरकार के नियमों का कड़ाई से पालन करें जनता से करवाएं यही समय की सबसे बड़ी मांग है तभी कोराना पर विजय प्राप्त कर पाएंगे |



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